RAS /RPS Exam – Scheme and Syllabus– किसी भी एग्जाम की तैयारी की शुरुआत उस exam की scheme एवं syllabus के समझने से होती है |
RAS exam राजस्थान के सबसे prestigious exams में से एक है , इसलिए हमें एग्जाम की तैयारी कम समय में सही दिशा में करने के लिए इसके सिलेबस को समझाना अति आवश्यक है |
RAS Exam Scheme:
RAS परीक्षा राजस्थान के लिए राज्य स्तरीय भर्ती परीक्षा है जिसमे राज्य प्रशाशन के विभिन्न पदों के लिए आयोजित की जाती है |
RPSC द्वारा आयोजित RAS/RTS राजस्थान की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है | यह परीक्षा UPSC की IAS परीक्षा की तर्ज पर आयोजित होती है तथा पैटर्न भी लगभग समान सा ही है | इसमें भी तीन चरण होते है -प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार | इसमें सफल अभ्यर्थियों की पोस्टिंग SDM से लेकर अन्य अधीनस्त सेवाओं में होती है |
RAS/RTS की परीक्षा निम्न पदों के लिए आयोजित की जाती है:
राज्य सेवाएँ : | राजस्थान अधीनस्थ सेवाएँ: |
राजस्थान प्रशासनिक सेवा | राजस्थान उद्योग अधीनस्थ सेवा |
राजस्थान पुलिस सेवा | राजस्थान महिला एवं बाल विकास अधीनस्थ सेवा |
राजस्थान खाद्य एवं नागरिक | राजस्थान तहसीलदार सेवा |
राजस्थान परिवहन सेवा | राजस्थान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता अधीनस्थ सेवा (परिवीक्षा एवं कारागह कल्याण अधिकारी) |
राजस्थान लेखा सेवा | राजस्थान अधीनस्थ सेवा (नियोजन) |
राजस्थान महिला एवं बाल विकास सेवा | राजस्थान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता अधीनस्थ सेवा (सामाजिक सुरक्षा अधिकारी) |
राजस्थान बीमा सेवा | राजस्थान अधीनस्थ देवस्थान सेवा |
राजस्थान देवस्थान सेवा | राजस्थान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता अधीनस्थ सेवा (जिला परिवीक्षा सह समाज कल्याण अधिकारी) |
राजस्थान उद्योग सेवा | राजस्थान आबकारी अधीनस्थ सेवा |
राजस्थान ग्रामीण विकास सेवा | राजस्थान श्रम कल्याण अधीनस्थ सेवा |
राजस्थान पर्यटन सेवा | राजस्थान वाणिज्यिक कर अधीनस्थ सेवा |
राजस्थान महिला विकास सेवा | राजस्थान अल्प संख्यक मामलात अधीनस्थ सेवा |
राजस्थान वाणिज्यिक कर सेवा | राजस्थान खाद्य एवं नागरिक रसद अधीनस्थ सेवा |
राजस्थान श्रम कल्याण सेवा | राजस्थान अल्पसंख्यक मामलात सेवा (Programme Officer) |
राजस्थान सहकारी सेवा | राजस्थान सहकारी अधीनस्थ सेवा |
राजस्थान अल्प संख्यक मामलात सेवा | |
राजस्थान कारागार सेवा | |
राजस्थान आबकारी (सामान्य शाखा) सेवा | |
राजस्थान नियोजन कार्यालय सेवा | |
राजस्थान आबकारी (Preventive Force) सेवा |
RAS/RTS परीक्षा हेतु योग्यता :
इस परीक्षा हेतु RPSC द्वारा अपनी विज्ञप्ति में आवश्यक योग्यताओं के बारे में जानकारी दी जाती है|
इस परीक्षा में सामान्यतया परीक्षार्थी को निम्न योग्यताओं का होना जरुरी है: |
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भारतीय नागरिक| |
शैक्षणिक योग्यता:किसी भी मान्यता प्राप्त महाविद्यालय से स्नातक की डिग्री | |
राजस्थान का निवासी(रिजर्वेशन लाभ हेतु)| |
न्यूनतम आयु : 21 वर्ष| |
अधिकतम आयु: 40 वर्ष| |

RAS परीक्षा में अवसरों की संख्या :
इसकी कोई सीमा नहीं केवल आयु की बाध्यता |
RAS/RTS में आवेदन कैसे करें:
अभ्यर्थियों द्वारा आयोग की वेबसाईट https://rpsc.rajasthan/gov.in/applvonline से एस.एस.ओ. (SSO) पोर्टल पर लोगिन कर Recruitment Portal सर्विस का चयन करना होगा।
Recruitment Portal पर आधार आधारित One Time Registration (OTR) कर अभ्यर्थी परीक्षा हेतु आवेदन कर सकता है।
अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा शुल्क परीक्षा हेतु आवेदन पत्र भरकर Recruitment Portal पर उपलब्ध भुगतान सुविधा से भुगतान कर आवेदन क्रमांक जनरेट करना होगा।
अभ्यर्थी परीक्षा शुल्क जमा कराने हेतु अन्य किसी पोर्टल अथवा सुविधा का उपयोग न करें।
RAS परीक्षा योजना (Scheme ):
इस परीक्षा के तीन चरण होते है -प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार |
प्रारंभिक परीक्षा (Pre-Exam ) :
प्रारम्भिक परीक्षा में नीचे विनिर्दिष्ट विषय पर एक प्रष्न-पत्र होगा, जो वस्तुनिष्ठ प्रकार का होगा और अधिकतम 200 अंको का होगा।
यह परीक्षा केवल पास करने मात्र के लिए है इसके अंक अन्तिंम परिणाम में नहीं जुड़ते है | इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है |
- यह परीक्षा केवल मुख्य परीक्षा में बैठने हेतु योग्यता जाँच मात्र है |
- इसके अंक मेरिट में नहीं जोड़े जाते है |
- इसमें सामान्य ज्ञान व सामान्य विज्ञान का केवल एक ही प्रश्न पत्र होता है |
विषय | सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान |
समय | 3 घंटे |
कुल प्रश्न | 150 |
कुल अंक | 200 |
नेगेटिव मार्किंग | 1/3- गलत उत्तर के लये | |
परीक्षा का स्तर | स्नातक स्तर |
नोट: 1. प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय प्रकार के 150 प्रश्न होंगे व सभी प्रश्न समान अंक के होंगे।
2. मूल्यांकन में ऋणात्मक अंकन किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे जाएंगे।
पाठ्यक्रम – प्रारंभिक परीक्षा
प्रारम्भिक परीक्षा में नीचे विनिर्दिष्ट विषय पर एक प्रश्न-पत्र होगा, जो वस्तुनिष्ठ प्रकार का होगा और अधिकतम 200 अंको का होगा।
प्रश्नपत्र- सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान ।
निर्धारित नवीन पाठ्यक्रम इस प्रकार से है:
राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्परा एवं विरासत
राजस्थान के इतिहास की महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं प्रमुख राजवंश,उनकी प्रशासनिक व राजस्व
व्यवस्था। सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे,
स्वतंत्रता आन्दोलन, जनजागरण व राजनीतिक एकीकरण
स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताएँ- किले एवं स्मारक
कलाएँ, चित्रकलाएँ और हस्तशिल्प
राजस्थानी साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियाँ, क्षेत्रीय बोलियाँ
मेले, त्यौहार, लोक संगीत एवं लोक नृत्य
राजस्थानी संस्कृति, परम्परा एवं विरासत
राजस्थान के धार्मिक आन्दोलन, संत एवं लोक देवता
महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल
राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व
भारत का इतिहास :
प्राचीनकाल एवं मध्यकाल:-
प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के इतिहास की प्रमुख विशेषताएँएवंमहत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं
कला, संस्कृति, साहित्य एवं स्थापत्य
प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक सामाजिक व आर्थिकव्यवस्था। सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे, प्रमुख
आन्दोलन
आधुनिक काल:-
आधुनिक भारत का इतिहास(18वीं शताब्दी के मध्य से वर्तमान तक)- प्रमुख घटनाएँ, व्यक्तित्व एवं
मुद्दे
स्वतंत्रता संघर्ष एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दाले न- विभिन्न अवस्थाएँ, इनमें देश के विभिन्न क्षेत्रों के
योगदानकर्ता एवं उनका योगदान
19वीं एवं 20वीं शताब्दी में सामाजिक एवं धार्मिक सुधार आन्दोलन
स्वातंत्र्योत्तर काल में राष्ट्रीय एकीकरण एवं पुनर्गठन
विश्व एवं भारत का भूगोल
विश्व का भूगोल:-
प्रमुख भौतिक विशेषताएँ
पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय मुद्दे
वन्य जीव-जन्तु एवं जैव-विविधता
अन्तर्राष्ट्रीय जलमार्ग
प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र
भारत का भूगोलः-
प्रमुख भौतिक विशेषताएं और मुख्य भू-भौतिक विभाजन
कृषि एवं कृषि आधारित गतिविधियाँ
खनिज-लोहा, मैगनीज, कोयला, खनिज तेल और गैस, आणविक खनिज
प्रमुख उद्योग एवं औद्योगिक विकास
परिवहन – मुख्य परिवहन मार्ग
प्राकृतिक संसाधन
पर्यावरणीय समस्याएँ तथा पारिस्थितिकीय मुद्दे
राजस्थान का भूगोल
प्रमुख भौतिक विशेषताएं और मुख्य भू–भौतिक विभाग |
राजस्थान के प्राकृतिक संसाधन ।
जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, वन, वन्य जीव-जन्तु एवं जैव-विविधता |
प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ
खान एवं खनिज सम्पदाएँ
जनसंख्या
प्रमुख उद्योग एवं औद्योगिक विकास की सम्भावनाएँ |
भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था एवं शासन प्रणाली
संवैधानिक विकास एवं भारतीय संविधान:
भारतीय शासन अधिनियम- 1919 एवं 1935, संविधान सभा, भारतीय संविधान की प्रकृति, प्रस्तावना (उद्देश्यिका), मौलिक अधिकार, राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत, मौलिक कर्तव्य, संघीय ढांचा, संवैधानिक संशोधन, आपातकालीन प्रावधान, जनहित याचिका और न्यायिक पुनरावलोकन ।
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था एवं शासन:
भारत राज्य की प्रकृति, भारत में लोकतंत्र, राज्यों का पुनर्गठन, गठबंधन सरकारें, राजनीतिक दल, राष्ट्रीय एकीकरण|
संघीय एवं राज्य कार्यपालिका, संघीय एवं राज्य विधान मण्डल, न्यायपालिका
राष्ट्रपति, संसद, सर्वोच्च न्यायालय, निर्वाचन आयोग, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक, योजना आयोग, राष्ट्रीय विकास परिषद, मुख्य सर्तकता आयुक्त, मुख्य सूचना आयुक्त, लोकपाल एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग |
स्थानीय स्वायत्त शासन एवं पंचायती राज |
लोक नीति एवं अधिकार :
लोक कल्याणकारी राज्य के रूप में राष्ट्रीय लोकनीति
विभिन्न विधिक अधिकार एवं नागरिक अधिकार-पत्र
राजस्थान की राजनीतिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था
राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राज्य विधानसभा, उच्च न्यायालय, राजस्थान लोक सेवा आयोग, जिला प्रशासन, राज्य मानवाधिकार आयोग, लोकायुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग, राज्य सूचना आयोग
लोक नीति, विधिक अधिकार एवं नागरिक अधिकार-पत्र |
अर्थशास्त्रीय अवधारणाएँ एवं भारतीय अर्थव्यवस्था
अर्थशास्त्र के मूलभूत सिद्धान्त :
बजट निर्माण, बैंकिंग, लोक-वित्त, राष्ट्रीय आय, संवृद्धि एवं विकास का आधारभूत ज्ञान
लेखांकन- अवधारणा, उपकरण एवं प्रशासन में उपयोग
स्टॉक एक्सचेंज एवं शेयर बाजार
राजकोषीय एवं मौद्रिक नीतियाँ |
सब्सिडी, लोक वितरण प्रणाली |
ई-कॉमर्स
मुद्रास्फीति- अवधारणा, प्रभाव एवं नियंत्रण तंत्र |
आर्थिक विकास एवं आयोजन :
पंचवर्षीय योजना –लक्ष्य, रणनीति एवं उपलब्धियाँ
अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र :- कृषि, उद्योग, सेवा एवं व्यापार, वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहल • प्रमुख आर्थिक समस्याएं एवं सरकार की पहल, आर्थिक सुधार एवं उदारीकरण
मानव संसाधन एवं आर्थिक विकास:-
मानव विकास सूचकांक
गरीबी एवं बेरोजगारी-अवधारणा, प्रकार, कारण, निदानएवं वर्तमान फ्लेगशिप योजनाएं
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता-कमजोर वर्गों के लिए प्रावधान
राजस्थान की अर्थव्यवस्था
अर्थव्यवस्था का वृहत् परिदृश्य
कृषि, उद्योगव सेवा क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे
संवृद्धि, विकास एवं आयोजना
आधारभूत-संरचना एवं संसाधन
प्रमुख विकास परियोजनायें
कार्यक्रम एवं योजनाएँ-अनुसूचित जाति., अनुसूचित जनजाति, पिछडा वर्ग,अल्पसंख्यको, निःशक्तजनों निराश्रितों, महिलाओं, बच्चो, वृद्धजनो, कृषकों एवं श्रमिको के लिए राजकीय कल्याणकारी योजनाएं
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
विज्ञान के सामान्य आधारभूत तत्व
इलेक्ट्राॅनिक्स, कम्प्यूटर्स, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी
उपग्रह एवंअंतरिक्ष प्रौद्योगिकी
रक्षा प्रौद्योगिकी
नैनो-प्रौद्योगिकी
मानव शरीर, आहार एवं पोषण, स्वास्थ्य देखभाल
पर्यावरणीय एव पारिस्थिकीय परिवर्तन एवं इनके प्रभाव
जैव-विविधता, जैव-प्रौद्योगिकी एवं अनुवांशिकीय-अभियांत्रिकी
राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि-विज्ञान, उद्यान-विज्ञान, वानिकी एवं पशुपालन
राजस्थान मे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास
तार्किक विवेचन एवं मानसिक योग्यता
तार्किक दक्षता (निगमनात्मक, आगमनात्मक, अपवर्तनात्मक)ः-
कथन एवं मान्यतायें, कथन एवं तर्क, कथन एवं निष्कर्ष, कथन-कार्यवाही
विश्लेषणात्मक तर्कक्षमता
मानसिक योग्यता:-
संख्या श्रेणी, अक्षर श्रेणी, बेमेल छांटना, कूटवाचन (कोडिंग-डीकोडिंग), संबध्ं ाो,ं आकृतियांे एवं उनके उपविभाजन से जुडी समस्याएँ
आधारभूत संख्यात्मकदक्षताः-
गणितीय एवं सांख्यकीय विश्लेषण का प्रारम्भिक ज्ञान
संख्या से जुडी समस्याएँ व परिमाण का क्रम, अनुपात तथा समानुपात, प्रतिषत, साधारण एवं चक्रवृद्धि ब्याज,आंकडों का विश्लेषण (सारणी, दण्ड-आरेख, रेखाचित्र, पाई-चार्ट)
समसामयिक घटनाएं
राजस्थान राज्यस्तरीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की प्रमुख समसामयिक घटनाएं एवं मुद्दे
वर्तमान मे चर्चित व्यक्ति एवं स्थान
खेल एवं खेलकूद संबंधी गतिविधियां
RAS मुख्य परीक्षा योजना
लिखित परीक्षा में निम्नलिखित चार प्रष्न-पत्र होंगे जो वर्णनात्मक/विष्लेषणात्मक होंगे।
अभ्यर्थी को नीचे सूचीबद्ध समस्त प्रष्नपत्र देने होंगे जिनमें संक्षिप्त, मध्यम, दीर्घ उत्तर वाले और वर्णनात्मक प्रकार के प्रष्नों वाले प्रष्नपत्र भी होंगे।
सामान्य हिन्दी और सामान्य अंग्रेजी का स्तरमान सीनियर सैकेण्डरी स्तर का होगा।
प्रत्येक प्रष्न-पत्र के लिए अनुज्ञात समय 3 घण्टे होगा।
प्रश्न पत्र | प्रश्न पत्र विषय | अधिकतम अंक | अवधि |
I | सामान्य अध्ययन- । | 200 | 3 घंटे |
II | सामान्य अध्ययन- ।। | 200 | 3 घंटे |
III | सामान्य अध्ययन- ।।। | 200 | 3 घंटे |
IV | सामान्य हिन्दी एवं सामान्य अंग्रेजी | 200 | 3 घंटे |
पाठ्यक्रम – मुख्य परीक्षा
प्रश्न पत्र- । सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन
इकाई ।- इतिहास
खंड अ – राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य परंपरा और धरोहर
- प्रागैतिहासिक काल से 18 अवसान तक राजस्थान की इतिहास के प्रमुख सोपान महत्वपूर्ण राजवंश उनकी प्रशासनिक एवं राजस्व व्यवस्था |
- 19वीं- 20वीं शताब्दी की प्रमुख घटनाएं: किसान एवं जनजाति आंदोलन राजनीतिक जागृति स्वतंत्रता संग्राम एवं और एकीकरण|
- राजस्थान की धरोहर प्रदर्शन व ललित कलाएं, हस्तशिल्प व वास्तु शिल्प मेले, पर्व, लोकगीत व लोकनृत्य|
- राजस्थानी साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियां एवं राजस्थान की बोलियां|
- राजस्थान के लोक देवता एवं महत्वपूर्ण विभूतियां |
खंड ब- भारतीय इतिहास एवं संस्कृति
- भारतीय धरोहर :सिंधु सभ्यता से लेकर ब्रिटिश काल तक कि भारत की ललित कलाएं, वास्तु परंपरा एवं साहित्य |
- प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के धार्मिक आंदोलन और धर्म दर्शन
- 19वीं- 20वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1965 तक आधुनिक भारत का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाक्रम, व्यक्तित्व और मुद्दे |
- भारत का राष्ट्रीय आंदोलन – इसके विभिन्न चरण एवं धाराएं, प्रमुख योगदान कर्त्ता और देश के विभिन्न भागों से योगदान |
- 19वीं- 20वीं शताब्दी में सामाजिक धार्मिक सुधार आंदोलन |
- स्वातंत्र्योत्तर सुदृढ़ीकरण पुनर्गठन देसी रियासतों का विलय तथा राज्यों का भाषाई आधार पर पुनर्गठन है
खंड स -आधुनिक विश्व का इतिहास 1950 ईस्वी तक:
- पुनर्जागरण एवं धर्म सुधार |
- प्रबोधन एवं औद्योगिक क्रांति |
- एशिया एवं अफ्रीका में साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद |
- विश्व युद्ध का प्रभाव|
इकाई ।। – अर्थव्यवस्था
खण्ड अ- भारतीय अर्थषास्त्र
- अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र: कृषि, उद्योग और सेवा- वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहल
- बैंकिंग: मुद्रा-पूर्ति और उच्चाधिकार प्राप्त मुद्रा की अवधारणा, केन्द्रीय बैंक एवं वाणिज्य बैंकों की भूमिका एवं कार्यप्रणाली, अनर्जक परिसंपत्ति, वित्तीय समावेषन, मौद्रिक नीति- अवधारणा, उद्देष्य और साधन।
- लोक वित्तः भारत में कर सुधार- प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर, परिदान, नकद हस्तांतरण और अन्य संबंधी मुद्दे, भारत की वर्तमान राजकोषीय नीति।
- भारतीय अर्थव्यवस्था में हाल के रूझान- विदेषी पूंजी की भूमिका, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रत्यक्ष विदेषी निवेष, निर्यात-आयात नीति, 12वाँ वित्त आयोग, गरीबी उन्मूलन योजनाएं।
खण्ड ब- वैष्विक अर्थव्यवस्था
- वैष्विक आर्थिक मुद्दे और प्रवृत्तियाँ: विष्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विष्व व्यापार संगठन की भूमिका।
- विकासषील, उभरते और विकसित देषों की संकल्पना।
- वैष्विक परिदृष्य में भारत।
- खण्ड ब- वैष्विक अर्थव्यवस्था
- वैष्विक आर्थिक मुद्दे और प्रवृत्तियाँ: विष्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विष्व व्यापार संगठन की भूमिका।
- विकासषील, उभरते और विकसित देषों की संकल्पना।
- वैष्विक परिदृष्य में भारत।
खण्ड स- राजस्थान की अर्थव्यवस्था
- राजस्थान के विषेष संदर्भ में कृषि, बागवानी, डेयरी और पषुपालन।
- औद्योगिक क्षेत्र: संवृद्धि और हाल के रूझान।
- राजस्थान के विषेष संदर्भ में संवृद्धि, विकास और आयोजना।
- राजस्थान के सेवा क्षेत्र में वर्तमान में हुए विकास एवं मुद्दे।
- राजस्थान की प्रमुख विकास परियोजनाएं- उनके उद्देष्य और प्रभाव।
- राजस्थान में आर्थिक परिवर्तन के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी माॅडल।
- राज्य का जनांकिकी परिदृष्य और राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव।
इकाई ।।।- समाजषास्त्र, प्रबंधन एवं व्यावसायिक प्रषासन
खण्ड अ- समाजषास्त्र
- भारत में समाजषास्त्रीय विचारों का विकास
- सामाजिक मूल्य
- जाति वर्ग और व्यवसाय
- संस्कृतिकरण
- वर्ण, आश्रम, पुरूषार्थ एवं संस्कार व्यवस्था
- धर्म निरपेक्षता
- मुद्दे एवं सामाजिक समस्याएं
- राजस्थान के जनजातीय समुदाय- भील, मीणा एवं गरासिया
खंड ब -प्रबंधन
- प्रबंधन -क्षेत्र अवधारणा प्रबंधन के कार्य योजना योजना आयोजना स्टाफ निर्देशन समन्वय और निर्णय निर्णय लेना अवधारणा प्रक्रिया और तकनीक
- विपणन की आधुनिक अवधारणा, विपणन मिश्रण उत्पाद मुल्ले मूल्य स्थान और संवर्धन
- धन की अधिकतमकरण की अवधारणा एवं उद्देश्य, वित्त के स्रोत – छोटी और लंबी अवधि, पूंजी संरचना,पूंजी लागत
- नेतृत्व और प्रेरणा की अवधारणा और मुख्य सिद्धांत, संचार प्रक्रिया, भर्ती, चयन, प्रेरण, प्रशिक्षण एवं विकास और मूल्यांकन प्रणाली के मूल सिद्धांत
खंड स व्यवसायिक प्रशासन
- वित्तीय विवरण विश्लेषण की तकनीक, कार्यशील पूंजी प्रबंधन के मूल सिद्धांत, जवाबदेही और सामाजिक लेखांकन
- अंकेक्षण का अर्थ एवं उद्देश्य, आंतरिक नियंत्रण, सामाजिक प्रदर्शन और कार्यकुशलता
- विभिन्न प्रकार के बजट एवं उनके मूल सिद्धांत बजटीय नियंत्रण
प्रश्न पत्र- ।। सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन
इकाई ।- तार्किक दक्षता, मानसिक योग्यता और आधारभूत संख्यनन
- तार्किक कौषल एवं विश्लेषणात्मक तर्क क्षमता
- संख्या श्रेणी, अक्षर श्रेणी, कूटवाचन (कोडिंग-डीकोडिंग),
- संबंधों पर आधारित समस्याएं
- आकृतियां एवं उनके उपविभाजन, वेन आरेख
- घड़ियों, आयु एवं कैलेंडर पर आधारित समस्याएं
- संख्याएं एवं परिमाण की कोटि
- दो चरों वाली युगपत रेखीय समीकरण
- अनुपात-समानुपात, मिश्र अनुपात
- वर्गमूल, घनमूल, महत्तम समापवर्तक (म.स.प.), लघुत्तम समापवर्तक (ल.स.प.)
- प्रतिषत, सरल एवं चक्रवर्ती ब्याज़
- समय और काम, चाल एवं दूरी
- सरल ज्यामितीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप, गोला, शंकु, बेलन और घनाभ का आयतन एवं पृष्ठीय क्षेत्रफल
- त्रिकोणमितीय अनुपात एवं कोण
- आंकडों का विषलेषण (तालिका, बार ग्राफ, रेखीय ग्राफ, पाई-चार्ट)
- केन्द्रीय प्रवृत्ति के मान, माध्य, बहुलक, माध्यिका, मानक विचलन एवं विचरण
- प्रायिकता
इकाई ।।।- पृथ्वी विज्ञान (भूगोल एवं भू-विज्ञान)
खण्ड अ-विष्व
- प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँः पर्वत, पठार, मैदान, झीलें एवं हिमनद
- भूकंप एवं ज्वालामुखीः प्रकार, वितरण एवं उनका प्रभाव
- पृथ्वी एवं भूवैज्ञानिक समय सारिणी
- समसमायिक भू-राजनीतिक समस्याएं
खण्ड ब-भारत
- प्रमुख भौतिकः पर्वत, पठार, मैदान, झीलें एवं हिमनद
- भारत के प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेष
- जलवायु: मानसून की उत्पत्ति, ऋतुओं के अनुसार जलवायु दषायें, वर्षा का वितरण एवं जलवायु प्रदेष।
- प्राकृतिक संसाधनः (क) जल, वन एवं मृदा संसाधन
- (ख) शैल एवं खनिज- प्रकार एवं उनका उपयोग
- जनसंख्याः वृद्धि, वितरण, घनत्व, लिंगानुपात, साक्षरता, नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्या
खण्ड स-राजस्थान
- प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँः पर्वत, पठार, मैदान, नदियाँ एवं झीलें
- प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेष
- प्राकृतिक वनस्पति एवं जलवायु
- पषुपालन, जंगली जीव-जन्तु एवं उनका संरक्षण
- कृषि- प्रमुख फसलें
- खनिज संसाधन- (क) घात्विक खनिजः प्रकार, वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग
- (ख) अघात्विक खनिजः प्रकार, वितरण एवं उनका औद्योगिक उपयोग
- उर्जा संसाधनः परम्परागत एवं गैर परम्परागत स्त्रोत
- जनसंख्या एवं जनजातियाँ
प्रश्न पत्र ।।। सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन
इकाई ।- भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, विष्व राजनीति एवं समसामयिक मामले
- भारतीय संविधान: निर्माण, विषेषताएँ, संषोधन, मूल ढाँचा
- वैचारिक सत्व: उद्देषिका, मूल अधिकार, राज्य नीति के निदेषक तत्व, मूल कर्तव्य
- संस्थात्मक ढाँचा ।: संसदीय प्रणाली, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्री परिषद्, संसद
- संस्थात्मक ढाँचा ।।: संघवाद, केन्द्र-राज्य संबंध, उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय, न्यायिक पुनरावलोकन, न्यायिक सक्रियता।
- संस्थात्मक ढाँचा ।।।: भारत निर्वाचन आयोग, नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक, संघ लोक सेवा आयोग, नीति आयोग, केन्द्रीय सतर्कता आयोग , केन्द्रीय सूचना आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
- राजनीतिक गत्यात्मकताएँ: भारतीय राजनीति में जाति, धर्म, वर्ग, नृजातीयता, भाषा एवं लिंग की भूमिका, राजनीतिक दल एवं मतदान व्यवहार, नागरिक समाज एवं राजनीतिक आंदोलन, राष्ट्रीय अखंडता एवं सुरक्षा से जुडे़ मुद्दे, सामाजिक- राजनीतिक संघर्ष के संभावित क्षेत्र।
- राजस्थान की राज्य-राजनीति: दलीय प्रणाली, राजनीतिक जनांकिकी, राजस्थान में राजनीतिक प्रतिस्पद्र्धा के विभिन्न चरण, पंचायती राज एवं नगरीय स्वषासन संस्थाएँ।
- शीत युद्धोत्तर दौर में उदीयमान विष्व-व्यवस्था, संयुक्त राज्य अमरिका का वर्चस्व एवं इसका प्रतिरोध, संयुक्त राष्ट्र एवं क्षेत्रीय संगठन, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद एवं पर्यावरणीय मुद्दे।
- भारत की विदेष नीति: उद्विकास, निर्धारक तत्व, संयुक्त राज्य अमरिका, चीन, रूस एवं यूरोपीय संघ के साथ भारत के संबंध, संयुक्त राष्ट्र, गुट निरपेक्ष आंदोलन, ब्रिक्स, जी- 20, जी-77 एवं सार्क में भारत की भूमिका।
- दक्षिण एषिया, दक्षिण-पूर्व एषिया एवं पष्चिम एषिया में भू-राजनीतिक एवं रणनीतिक विकास तथा उनका भारत पर प्रभाव।
- समसामयिक मामले: राजस्थान, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसमायिक घटनाएं, व्यक्ति एवं स्थान, खेलकूद से जुड़ी हाल की गतिविधियाँ।
इकाई ।।- लोक प्रषासन एवं प्रबंधन की अवधारणाएँ, मुद्दे एवं गत्यात्मकता
- प्रशासन एवं प्रबंध- अर्थ, प्रकृति एवं महत्व, विकसित एवं विकासषील समाजों में लोक प्रषासन की भूमिका, एक विषय के रूप में लोक प्रषासन का विकास, नवीन लोक प्रषासन, लोक प्रषासन के सिद्धांत।
- अवधारणाएँ- शक्ति, सत्ता, वैधता, उत्तरदायित्व एवं प्रत्यायोजन।
- संगठन के सिद्धांत- पदसोपान, नियंत्रण का क्षेत्र एवं आदेष की एकता।
- प्रबंधन के कार्य- निगमित शासन एवं सामाजिक उत्तरदायित्व।
- लोक प्रबंधन के नवीन आयाम- परिवर्तन का प्रबंधन
- लोक सेवा के आधारभूत मूल्य एवं अभिवृत्ति- लोक सेवा सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता, गैरपक्ष, धरता एवं समर्पण, सामान्यज्ञ एवं विषेषज्ञ संबंध।
- प्रषासन पर विधायी एवं न्यायिक नियंत्रण- विधायी एवं न्यायिक नियंत्रण की विभिन्न पद्धतियाँ एवं तकनीक।
- राजस्थान में प्रषासनिक ढाँचा एवं प्रषासनिक संस्कृति- राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रीपरिषद, राज्य सचिवालय एवं मुख्य सचिव।
- जिला प्रषासन- संगठन, जिलाधीष एवं पुलिस अधीक्षक की भूमिका, उपखण्ड एवं तहसील प्रषासन।
- प्रषासनिक विकास- अर्थ, क्षेत्र एवं विषेषताएँ
- राज्य मानवाधिकार आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग, राज्य वित्त आयोग, लोकायुक्त, राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं राजस्थान लोक सेवा अधिनियम, 2011।
ईकाई ।।।- प्रषासकीय नीतिषास्त्र, व्यवहार एवं विधि
खण्ड अ- प्रषासकीय नीतिषास्त्र
- नीतिषास्त्र एवं मानवीय अन्तरसंबंध- मानवीय क्रियाओं में नीतिषास्त्र की अवधारणा, उसके निर्धारक और परिणाम- नैतिक मूल्य (उचित और कत्र्तव्य, शुभ एवं सद्गुण), प्लेटो का मुख्य सद्गुण, उपयोगितावाद- जे.एस.मिल, संकल्प की स्वतंत्रता व नैतिक उत्तरदायित्व।
- कान्टीय नीतिषास्त्र, भगवद्गीता का नीतिषास्त्र एवं प्रषासन में इसकी भूमिका।
- नीतिषास्त्र के आयाम- समाज एवं शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा पोषित मूल्यों में प्रषासकों की भूमिका।
- निजी एवं सार्वजनिक संबंधों में नीतिषास्त्र की भूमिका- प्रषासकों का आचरण, मूल्य एवं राजनैतिक अभिवृत्ति।
खण्ड ब- व्यवहार
- बुद्धि: संज्ञानात्मक बुद्धि, सामाजिक बुद्धि, संवेगात्मक बुद्धि, सांस्कृतिक बुद्धि और हाॅवर्ड गार्डनर का विविध बुद्धि सिद्वान्त ।
- व्यक्तित्व: मनोविष्लेषण सिद्वान्त, शीलगुण व प्रकार सिद्वान्त, व्यक्तित्व निर्धारण के कारक और व्यक्तित्व मापन विधियाँ ।
- अधिगम और अभिप्रेरणा: अधिगम की शैलियां, स्मृति के माॅडल और विस्मृति के कारण अभिप्रेरणा के वर्गीकरण व प्रकार, कार्य अभिप्रेरणा के सिद्वान्त और अभिप्रेरणा का मापन
- जीवन की चुनौतियों का सामना करना: तनाव: प्रकृति, प्रकार कारण, लक्षण, प्रभाव, तनाव प्रबंधन और सकारात्मक स्वास्थ्य का प्रोत्साहन ।
खण्ड स- विधि
- विधि की अवधारणा- स्वामित्व एवं कब्जा, व्यक्तित्व, दायित्व, अधिकार एवं कत्र्तव्य।
- वर्तमान विधिक मुद्दे- सूचना का अधिकार, सूचना प्रौद्योगिकी विधि साइबर अपराध सहित (अवधारणा, उद्देष्य, प्रत्याषायें), बौद्धिक सम्पदा अधिकार (अवधारणा, प्रकार एवं उद्देष्य)।
- स्त्रियों एवं बालकों के विरूद्ध अपराध- घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012, बाल श्रमिकों से संबंधित विधि।
- राजस्थान में महत्वपूर्ण भूमि विधियां-
- (क) राजस्थान भू राजस्व अधिनियम, 1956
- (ख) राजस्थान काष्तकारी अधिनियम,1955
Paper – IV: General Hindi and General English
सामान्य हिन्दी
ईकाई-।- सामान्य हिन्दीः कुल अंक 120, इस प्रष्न पत्र का उद्देष्य अभ्यर्थी की भाषा-विषयक क्षमता तथा उसकेे विचारों की सही, स्पष्ट एवं प्रभावपूर्ण अभिव्यक्ति की परख करना है।
भाग अ- (अंक 50)
- संधि एवं संधि विच्छेद- दिए हुए शब्दों में संधि करना और संधि विच्छेद करना।
- उपसर्ग- उपसर्गो का सामान्य ज्ञान और उनके संयोग से शब्दों की संरचना और शब्दों में विद्यमान
- उपसर्गो को पृथक करना।
- प्रत्यय- प्रत्ययों का सामान्य ज्ञान और उनके संयोग से शब्दों की संरचना और शब्दों में विद्यमान प्रत्ययों को पृथक करना।
- शब्द-युग्मों का अर्थ भेद एक वाक्यांष के लिए एक सार्थक शब्द
- वाक्य एवं शब्द शुद्धि- विभिन्न व्याकरणिक अषु़ि़द्धयों वाले वाक्य एवं शब्द को शुद्ध करना।
मुहावरे एवं लोकोक्तियाँः अनुप्रयोग - पारिभाषिक शब्दावली- प्रषासन से संबंधित अंग्रेजी शब्दों के समानार्थक हिन्दी शब्द
- पर्यायवाची शब्द
- विलोम शब्द
भाग ब- (अंक 50)
- संक्षिप्तीकरण- गद्यावतरण का उचित शीर्षक एवं एक-तिहाई शब्दों में संक्षिप्तीकरण
- (गद्यावतरण की शब्द सीमा 150 शब्द एवं संक्षिप्तीकरण लगभग 50 शब्दों में होना चाहिए)
- वृद्धीकरण- किसी सूक्ति, काव्य की पंक्ति, प्रसिद्ध कथन आदि का भाव विस्तार (षब्द सीमा 150 शब्द)
- पत्र-लेखन एवं प्रारूप- कार्यालयी पत्र, निविदा, परिपत्र, अधिसूचना और अर्द्धषासकीय पत्र आदि।
भाग स- (अंक 20)
- निबंध-लेखन- किसी समसमायिक एवं अन्य विषय पर दो निबंध लेखन (षब्द सीमा 100 से 150 शब्दों में)
General English (Total marks 80)
Part A- Grammar & Usage (20 Marks)
- Correction of Sentences: 10 sentences for correction with errors related to: Articles & Determiners
- Prepositions
- Tenses & Sequence of Tenses
- Modals
- Voice- Active & Passive
- Narration- Direct & Indirect
- Synonyms & Antonyms
- Phrasal Verbs & Idioms
- One Word Substitute
- Words often Confused or Misused
Part B- Comprehension, Translation & Precis Writing (30 Marks)
- Comprehension of an Unseen Passage (250 Words approximately) 05 Questions based on the passage. Question No. 05 should preferably be on vocabulary.
- Translation of five sentences from Hindi to English.
- Precis Writing (a short passage of approximately 150-200 words)
Part C- Composition & Letter Writing (30 Marks)
- Paragraph Writing- Any 01 paragraph out of 03 given topics (approximately 200 words)
- Elaboration of a given theme (Any 1 out of 3, approximately 150 words)
- Letter Writing or Report Writing (approximately 150 words)